Tuesday, December 2, 2008

ट्रेन टु पाकिस्तान

मैं इस शुक्रवार को एक "प्रेजेंटेशन" दूंगी मेरे अंग्रेज़ी कक्षा में. इस कक्षा "ट्रौमा" के बारे में है. हम सुब कई तरह की दुर्घटनाए के बारे में बात किया है--हिरोशिमा की दो बम, कम्बोडिया में हिंसा और "जेनोसाइड" वगिरह, वगिरह. मैं इस शुक्रवार को भारत के विभाजन के बारे में बात करुँगी. खास तोर पर, मैं एक किताब पर बात करुँगी जो विभाजन के बारे में है-- लेखक खुशवंत सिंग का किताब, "ट्रेन टु पाकिस्तान." मैं दिकौंगी कि सिंग कैसे एक गाव का बदलाव देकाते है विभाजन के समय में. सिंग देकाते है कि लोग कैसे धेरे धेरे से बदलते है जब हिंसा बद जाती है, लोगों के पास विकुल्प कम हो जाती है, और लोग बहुत डरने लगते हैं। मैं दिकौंगी कि "ट्रौमा" लोगों पर कैसे गंभीर असर कर सकता है. ये किताब मुझे बहुत पसंद है, और मैं उम्मीद करती हूँ की मेरा "प्रेजेंटेशन" अच्छा होगा और दुसरे छात्र कुछ सिकेंगे.

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