Tuesday, October 21, 2008

मेरा सप्ताहांत

मैं अपना लंबा "फाल ब्रेक" के बारे में बताती हूँ। मैंने शुक्रवार को ब्रत किया करवा चौथ की लिए और मैंने अपने गाड़ी में शिकागो गए, जहा मेरे ममेरी बहिन रहेती हैं। वाहा मेरी माँ थी करवा चौथ मानाने की लिए, और मेरी मौसी जो भारत से आई थी। दुःख की बात हें कि मैंने शुक्रवार को बहुत ढेर से शिकागो पहुँची। मुझे एन अर्बोर निकलने में एक "ट्रैफिक जम" में फूस गए। इसीलिए मुझे दो घंटे का देर हो गए। जब मैं आए, मेरी ममेरी बहिन, मौसी, और माँ ने पूजा ख़त्म किया था। मुझे रस्ते में बहुत ज़ोर से भूंक लग रही थी। मुझे बहुत ज़ोर से सिर का दर्द भी होरा था। मुझे लग रहा था कि में शिकागो कैसे पहुँच सकुंगी क्योकि मेरा सिर का दर्द इतना भयानक था! करेब नौ बजे मैंने रुखकर एक "काफी" करीदी ताकि में ठीक से पहुँच सकूँ। जब मैं घर आए, तो मैंने पेट भर कर खाया!

8 comments:

अभिषेक मिश्र said...

bharat aur Americi garib logon ki tulna dekhi. Acha pryas kar rahi hain aap. Swagat mere blog par bhi.

बाल भवन जबलपुर said...

सुस्वागतम बधाइयां
खुल कर लिखें अच्छा लिखे
सादर
भवदीय
गिरीश बिल्लोरे मुकुल

शोभा said...

वाह बहुत सुन्दर लिखा है। आपका स्वागत है।

dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह } said...

आपका स्वागत है।हमारी शुभकामना आपके साथ है।

संगीता पुरी said...

नए चिट्ठे के साथ आपका हिन्दी ब्लाग जगत में स्वागत है.... आशा है , आप अपनी प्रतिभा से इसे समृद्ध करेंगे ...हमारी शुभकामनाएं आपके साथ है।

समीर यादव said...

खुशी और कष्ट मिश्रित साप्ताहांत...
स्वागत है आपका..!
अच्छी शुरुवात. दमदार

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

aapka har din khubsurat rahe

Unknown said...

monika ji sabse pahle swagat hai....Achha likha hai or achhe ki gunjaesh hai...keep doinng work with ur writing skill.....